Pages

Thursday, July 14, 2011

જોયા કરો છો કેમ તમે મારા મૌનને,
શું મેં કશું કહ્યું છે ખરેખર કહ્યા વિના?
જીવન છે જીવ​વા માટે,
પ્યાર છે આપ​વા માટે,
સુખ છે વહેચ​વા માટે,
અને દુખ છે છુપાવવા માટે.

Monday, July 11, 2011

तु दुर है क्यो मुज्से

तु दुर है क्यो मुज्से,
तु दुर है क्यो मुज्से.
तु चाहे मुजे,
जितना चाहु तुजे मे.
तु दिवानी मेरी,
मे दिवाना तेरा.
मे दिल हु तेरा​,
तु है धदकन मेरी.
फ़िर भी
तु दुर है क्यो मुज्से,
तु दुर है क्यो मुज्से.
तु जाने हाल मेरा,
मे जानु हाल तेरा.
तु जाये जहा जहा,
मे दिखु वहा वहा.
फ़िर भी
तु दुर है क्यो मुज्से,
तु दुर है क्यो मुज्से.

जहा तक जहा तक​

जहा तक जहा तक​,
येह जाये मेरी नज़र.
जहा तक जहा तक​,
येह जाये मेरी नज़र.
चहेरा तेरा बस,
देखे मेरी नज़र्.
तु दुर है मुज्से,
येह जाने मेरा मन​.
तु जान है मेरी,
येह जाने अब तु.
फ़िर भी है खफ़ा,
फ़िर भी है जुदा,
तु हि अब मुज्से.
जहा तक जहा तक​,
येह जाये मेरी नज़र.
जहा तक जहा तक​,
येह जाये मेरी नज़र.
चहेरा तेरा बस,
देखे मेरी नज़र्.